लघु लेख

आप बहुत द्रवित हो सकते हैं किंतु अनाथ गंदा बच्चा घर नहीं ला सकते ,कहाँ तक लायेंगे ,वे लोग संगठित हैं 122देशों से उनको चैरिटी मिलटी है फंडिंग होती है सरकार भी छूट देती है माईनाॅरिटी के नाम पर ,और आप स्वयं भी तो काॅन्वेन्ट यानि रिलीजन प्रचारक आश्रम को मोटी फीस ,यूनिफाॅर्म बुक्स ,कंपटीशन ड्रेस आदि के लिये लाखों रुपये देते हैं..वे उन अनाथों को अनाथालखोलकर पाल लेते हैं ..परिवर्तन कराने से भी बढ़ते हैं ,और सब अनाथ उनका ही रिलीजन तो अपनाते हैं जो दे वही देवता ,आप दया को संगठित रूप दे दीजिये वह शक्ति बन जायेगी ,,,,जिसका सूर्य अस्त नहीं होता था ,हवन शुद्धि करके "आर्य कहिये "या "भारती"या कुछ और परंतु संगठित होकर ही बच सकोगो जितने आप सब हो ,इतने वे रोज सड़कों पर से उठा लेते हैं ©®सुधा राजे

Comments