Monday 16 December 2013

स्त्री और समाज -10-

Sudha Raje wrote a new note:
आधी आबादी का भारत .
Sudha Raje
हाँ हम डंके की चोट पर
भारत को असभ्य कहते हैं हम
आधा भारत
जिसको न घर न अपने आप
की इच्छा से जीने का हक
न सुरक्षा कैसा देश!!!!!!
पराया धन कह कर
पाला पराये घर आकर
कहा जाता है
क्या तेरे बाप का घर है???
वंश तुझसे नहीँ चलेगा । और
जिस घर का वंश चलाती है
वहाँ सुनती है
क्या तेरे खानदान में
ऐसा ही होता है
दो साल से सत्तर तक
की स्त्री को किसी भी आयु
का पुरूष माँस की तरह
भँभोङता है
और जब सजा की बात
आती है तो लेखक वकील
पत्रकार spur of moment
crime कह देते हैं
नाबालिग रेप हत्या कर
सकता है सजा नहीँ होगी
तेजाब फेक देते है
लङकी अगर
पटी नहीँ तो रेप
नहीँ रेप
का मौका लगा तो तेजाब
औरत का हर जगह
गालियों में
साले
ससुरे
हरामजादे
से
होकर शुरू हर तरह जलील
प्रयोग हँसी मजाक
पतिव्रता पत्नी सीता भाभी चाहिये
लेकिन
राम की तरह
जरा सा सामाजिक
अपवाद सहने
की क्षमता नहीँ
औरतों का कोई मुल्क
नहीँ है
वे पिता के घर पति के घर
पुत्र के घर रहती हैं
अकेले रहने वाली औरत
को नोचने वाले हर तरफ
बचाने वाले कंकणों में
बिखरी मुट्ठी भर दाल
अभी पुलिस हटा दो
सजा का डर ना हो
लङकी अकेली मिले
जो क्राईम रेट है
कितने गुना हो जाये
!!!!
धर्म के डर से
मार खाने के डर से
पकङे जाने के डर से
बेईज्जत होने नकाब उतर
जाने के डर से
कितने ही जानवर हैं जो हैँ
भेङिये
खाल भेङ की
Sudha Raje
औरतों का देश नहीँ है
भारत
औरतें अपनी मरजी से वोट
नहीँ डाल सकतीँ
अपनी तथाकथित
मातृभूमि पर पर्यटन
बिना सुरक्षा के नहीँ कर
सकतीँ
सुनसान रास्ते से
अकेली ड्राईव नहीँ कर
सकती
गाँव में शौच को खेत में
लङकियाँ झुंड बनाकर
जाती हैँ
स्कूल कॉलेज लङकियाँ
झुंड बनाकर जाती हैं
जरा चूक हुयी
कि
छेङछाङ फब्ती अश्लील
इशारे गंदे गाने
मौका लगा तो मेले बस
भीङ में नोंचा खसोटी
कहीँ स्त्री रेल से
अकेली सफर रात को कर
सकती है
मंहलसूत्र बालियाँ चेन
नोंचकर भाग जायेँगे
बेटी बंद हैं दीवार में
नहीँ तो चुरा के वेश्यालय
को बेच देगेँ
रिश्तेदार भी हाथ सेंकने
आँखेँ सेंकने
का मौका नहीँ छोङते
सभ्यता हुँह
डर से बनाया गया एक वहम
है बची खुची शांति
क्या सभ्य है
दवा लेने जाती लङकी दोपहर
को भी साथ के बिना जान हथेली पर
लेकर जाती है
पार्क में फूल है चोरी से तोङे जा रहै है
सरकारी लोग बिना रिश्वत काम
नहीँ करते
सुंदर चीज कहीँ भी हो गबन
घोटाला रेप शादी की झूठी छलना पर
ताकत वर चालाक उठा ले जाता है
Mar 25

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