Wednesday 6 November 2013

ठहर दुनियाँ है

Sudha Raje
किससे मिलने तू
चला यार!!!! ठहर दुनियाँ है
छीन लेगी कफ़न के तार
ठहर '!!!
दुनियाँ है
ये वही है
कि जलाया हैअँधेरों में तुझे
और छीना है तेरा प्यार
ठहर ''''
दुनियाँ है
तेरे होने का ज़शन ये
जो मनाती दिखती
दावते मर्ग़ इंतिज़ार ठहर!!!
दुनियाँ है
ये ज़नाजों में बरातों से फ़ैल
करती है
दुश्मने ज़ानो दिल क़रार
ठहर!! दुनियाँ है
तू
चला जायेगा तो तुझको ये
भुला देगी
अपनी कहता है बार बार
ठहर!! दुनियाँ है
ये जो दिखती है
"सुधा "वैसी नहीँ होती है
ये बदलती है रँग हज़ार
ठहर"""दुनियाँ है
©®¶©®¶सुधा राजे
Dta/Bjnr
Mar
16 ·

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