Friday 15 November 2013

कारोबार रुपैये का

दिल की बस्ती लूट रहा ये कारोबार
रूपैये का
लोकतंत्र या साम्यवाद हो
है सरकार रुपैये का
बहिना बेटी बुआ खटकती क्यों है
रुपिया लगता है
भैया पैदा रो ले 'हँस मत साझीदार रूपैये
का
प्यार खरा बेबस रोता है
मेंहदी जली गरीबी की
उधर अमीरं ले गया डोली सच्चा प्यार
रुपैये का
क्यों गरीब
का प्रतिभाशाली बच्चा ओहदे पाये
सखी!!!
अलग अलग विद्यालय
किस्मत है ललकार रुपैये का
वचनपत्र पर लगी मुहर है
अंकसूचिका पहचानो
काग़ज असली नकली चलता यूँ दमदार
रूपैया का
रूपिया है तो ननदी खुश है ननदोई देवर
सासू
बीस लाख का तिलक पाँच का भात बज़ार
रूपैये का
कोई भी ना हो तेरा फिर
भी जलवे जलसे दम होँगे
इकला ही रैबैगा रहा जो मारा यार
रूपैये का
रूपिया दे वो ही 'सपूत है रूपिया दे
वो बीबी है
रुपिया दे वो ही तो माँ है दिल
दिलदार रूपैये का
न्याय मिलेगा उसे कङक
जो रुपिया देय वकीलों को
सुनवाई होगी गड्डी दे थानेदार रुपैये
का
रूपिया दे दरबान
मिला देगा मंत्री से चटपट सुन
रूपिया दे तो वोट
मिलेगा ज़लवेदार रुपैये का
रूपिया हारा नहीँ हार गये
जोगी भोगी संन्यासी मंदिर गिरिजे
मस्जिद चढ़ता है दरबार रुपैये का
रूपिया होता बाबूजी तो हम
भी संपादक होते बीस किताबेँ छप
गयीँ होती बेफ़नकार रूपैये का
रुपिया हो तो आवे
रुपिया बहुरुपिया रिश्ता है "सुधा"
ऐब हुनर हैँ हुनर ऐब हैँ
फ़न दरकार रुपैये का
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Sudha Raje
511/2, Peetambara Aasheesh
Fatehnagar
Sherkot-246747
Bijnor
U.P.
यह रचना पूर्णतः मौलिक है।
7669489600
sudha.raje011@gmail.com

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