आप खुद ईमानदार नागरिक नहीं तो राजनीति कैसे होगी

Sudha Raje
आपको घर से लेकर विदेश तक अपने देश
की व्यवस्था से सुरक्षा चाहिये ।
कोई अनहोनी न हो इसके लिये सब
आपात्कालीन सेवायें चाहिये ।
कुछ अवांछित घट जाये तो सरकार
न्यायपालिका और सुरक्षा एजेन्सियों से
मदद और निदान चाहिये ।
रात दिन व्यवस्था को कोसते नहीं थकते
आप ।
किंतु आपकी जब बारी आती है तब?
जहाँ भी जिस भी जॉब में हैं आप क्या एक
ईमानदार कर्त्तव्यनिष्ट कर्त्ता है?
क्या आप हर बार मतदान करने घर से
निकलते हैं?
क्या आप ने अपने क्षेत्र की जनसुविधाओं के
लिये कोई पत्र लिखा संबंधित संस्था को?
क्या आपने जो आपकी निजी संपत्ति है
का सही टैक्स भरा ।
क्या आप संविधान के दस
करतव्यों का पालन करते हैं?
क्या आपको वोट देते समय
प्रत्याशी की योग्यता याद रहती है?
क्या आप देश के
संसाधनों पानी बिजली नदियाँ तालाब
हवा शांति वन पेङ पशु पक्षी यातायात
और कानून व्यवस्था को बनाये रखने में
याद करके अपना योगदान सृजनात्मक देते
हैं??
रुपया कमजोर क्यों हो रहा है?
क्या आपने समझने की कोशिश की?
क्या आप देशी वस्तुओं का इस्तेमाल ध्यान
से करते हैं जहाँ तक संभव हो?
देश स्त्रियों के लिये घातक
देशों की सूची में प्रथम दस की लिस्ट में है
क्या आप इस कलंक को मिटाने में कोई
सकारात्मक भूमिका रखते है?
देश भुखमरी के प्रथम पाँच देशों में शामिल
है क्या आपकी आय में अन्न बचाकर
भूखों को खिलाना शामिल है ।???
देश
किसका है???
जो देश का है
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Sudha Raje
Jun 15
·
जो आम नागरिक खुद ईमानदार हों वे आगे
बढ़े और सवाल उठायें ।
जो ईमानदार नहीं वह भ्रष्टाचार
का रोना किससे रोये????
जो खुद शराबी हो बेटे को कैसे रोके
जो खुद चरित्रहीन हो दूसरों पर
उंगली क्यों उठाये?
साफ साफ नोट लेकर मवाली को वोट
देकर किस लोकतंत्र को रोयें
भले मानुष न वोट डालने जाते हैं न चुनाव
लङते है ।
जो आरक्षण का खाते पहनते हैं और रिश्वत
की कमाई से घर चलाते है वे खुद किस मुँह
से देश के नेता का गिरेबान पकङे??
टीचर पढ़ाता नहीं ।
क्लर्क बिना पैसा लिये एक फाईल
नहीं देखता ।
पत्रकार जिससे खुश हों उसे छापते हैं ।
वकील मुज़रिम को बचाने में लगे पङे ।
आदमी बीबी बेटी माँ बहिन
को पीटता है ।
दहेज चोरी से लेता है ।
परायी लङकी की शादी तुङाकर
अपनी बेटी के लिये बोली बढ़ाकर वर
खरीदता है
ट्रेन बस पब्लिक प्रॉपर्टी को हङताल में
जला देता है । मौका पाये
तो सरकारी चीजें चोरी करके घर ले
आता है ।अपनी औलाद पेट में मार
डालता है । गुंडों को जिताकर पंडों और
कट्टरपंथी कठमुल्लों को जिताकर संसद
विधान सभा में भेज देता है ।
फिर चीखता है सरकार सरकार ।
किसने बनने दी ऐसी खिचङी और कमजोर
दागी सरकार
· Jun 16
C

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