चमचागीरी

Sudha Raje
चमचागीरी नहीँ आई भैये उद्धार
नहीं होगा
बिना चापलूसी के बबुआ बेङा पार
नहीँ होगा
हो कोई जो गॉड मदर फादर
उस्ताद पकङ टँगङी
नाक रगङ देहली पर वर्ना रब
तैयार नहीँ होगा
सङी बुसी हर कविता लेखन पर
वा वा कहना सीखो
मंच माईक पर पुल बाँधो
ये सच ग़ुलज़ार नहीँ होगा
जो भी खोटी खरी जलालत
सुननी पङे भजन सी सुन
इस ज़मीर से लाला घर बाहर
व्यापार नहीँ होगा
झूठ बोल औऱ् बोल के अङ जा
बेईमानी से नकल भी कर
कौन पूछता दाद पकङ जूतमपैजार
नहीँ होगा
गिरवी धर या बेच फर्ज ईमान
खुलूसो गैरत को
सुधा यूँ ही गुमनाम रहेगा जो
मक्कार नहीँ होगा
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Sudha Raje
Dta//Bjnr
Mar 24 ·
Apr 25
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You and Shailu Dubey like this.
Sudha Raje
राजनीति की तिकङं बाजी करके कोई
इनाम भी ले,
ऎसी वैसी लाखों लिख ले खुश अखबार
नहीं होगा ।
Unlike · 2 · Edit · Apr 25
Sudha Raje
कर जुगाङ ऊँचे तिकङम की चढ़
जा बङी नज़रमें तू,
विज्ञापन के बिना पत्रिका पे इख्त्यार
नहीं होगा ।
Like · Edit · Apr 25

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