Thursday 28 March 2013

सुधा दोहावली

डिंपल ने दये लट्ठ दो चित्त गिरे
अखिलेश
हा हा कप रये छोङ दे
सौपू इत्र प्रदेश
कहें मुलायम दाउ सुन
बैनी आज़मख़ान
पक्को कर्रो है हरौ भगवा है
शैतान
पिटे कुटे फिर सैं जुटे
अन्ना केजरिवाल
रामदेव लुटिया डुबी
गयो यार नेपाल
मनमोहन मन में कहैँ
मैडम बाबा आयेँ
पिंड छुटे कछु बोल ले
संसद प्रान खिंचाये
शिंदे अब तौ सीख लो
बिटियन को सम्मान
मौङी सब स्यानी कहें
ताज नगर प्रस्थान
शीला की लीला भली दिल्ली भयी मशहूर
हनीसिंह सँग नाच के
पछता रयीँ अब हूर
राहुल भैया ब्याह में काये लगा रये
देर
काँगरेस की का कही आ ये
बुढ़ौती घेर
भगवत के वचनन सुनी नारी नर
की दास
पढ़बौ लिखबौ छोङ के
कुठरी कर उपवास
कहैँ
आडवाणी सुनो साँची आछी बात
जसवंती कल्याणवी राग
गुप्त रये रात
सुधा कहै होरी भयी बुरौ न
मानो आज
हम ठहरे टटपूजियाँ
है खिचङी कौ राज़
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Sudha Raje
Datia//Bijnor

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