Friday 26 November 2021

जंगली हैं हम दिल से गँवार

जंगली हैं हम दिल से .....स्वभाव से गँवार ...(सुधा राजे 
,
परवल पृथक सब्जी है 
और कुँदरू पृथक 
परवल तनिक मँहगा मिलता है 
कुँदरू तनिक सस्ता 
सो बहुत माॅडर्न परिवारों के केवल फ्लैट कल्चर से परिचित लोग प्राय:
यह अंतर नहीं समझ पाते ,
परवल और कुँदरू दोनों का अचार ,सब्जी ,सलाद ,और मसाले लगाकर सुखाकर ,बाद में तल कर भूनकर ,स्वाद वर्धक के रूप में प्योग होता है ,
परन्तु हैं दोनों एकदम पृथक 
कुँदरू की बेलें 3 साल तक फल देतीं हैं , 
परवल भी बेल के रूप में गमले छत की ट्रे में लगाया जा सकता है ,खिड़की पर लटका सकते हैं ,
कुँदरू से खीरे के गुण प्राप्त होते हैं ,
परवल की सब्जी चटक बनती है और आलू आदि के साथ मिलाकर खाई जाती है ,एक शोध के अनुसार "स्वर्ण तत्व बथुआ और परवल में आंशिक रूप से पाया जाता है 
जबकि कुँदरू की कोंपलें मधुमेह नाशक हैं

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