Saturday 21 December 2013

स्त्री और कानून

अभिरक्षा!!!!!!!!
क्या कोई समझता है इस बात का अर्थ?????

अभिरक्षा यानि एक कमजोर या अकेले बच्चे या स्त्री पुरुष की
अपनी जान माल आबरू के लिये किसी दूसरे व्यक्ति पर निरभरता

एक लङकी जो कोई कवि है लेखक है पत्रकार है और कोई वालंटियर है या मेहमान
है या शरणागत है

किसी व्यक्ति के घर दफतर परिसर होटल होस्टल आश्रम जेल थाना अस्पताल

या धर्मशाला सराय किराये के निवास
कॉलेज स्कूल बस वाहन

कहीं है

वह उस जगह वाहन परिसर के मालिक चालक संचालक वाचमैन की

अभिरक्षा में है ।

वह उस समय पिता है

अभिभावक है

गार्जियन है

जबकि उस लङकी से उस आदमी के कोई दैहिक संबंध इस अभिरक्षा में आने की
मजबूरी के या जरूरत से पहले नहीं रहे थे न ही अगर अभिरक्षा में आयी होती
तो होने की संभावना हो सकती थी ।

लङकी की तबियत खराब हो गयी ।
लङकी को नशा हो गया
लङकी का घर बहुत दूर रात का मामला और अजनबी शहर होने से रात में यात्रा
करने की बजाय उस अभिरक्षक के घर ठहरना ही उचित समझा गया ।

अभिरक्षक

उस समय स्त्री हो या बच्चा उसके जान माल की हिफाजत का पूरी तरह पिता
तुल्य ज़िम्मेदार है

जेलर
वार्डेन
मेजबान
होटल मालिक
संस्था संचालक
चौकीदार
ड्राईवर
पिता तुल्य हो कर उस स्त्री की आबरू का सामान का और प्राणों का प्रहरी है ।
क्योंकि लङकी भरोसा करके रूकती है कि वहाँ वह सुरक्षित है बजाय अकेली
किसी अजनबी स्थान या वापसी मार्ग में होने के ।

तब

रात में गहरी नींद में
मदहोशी में
नशे में
बेहोशी में।
गार्जियन लङकी के कमरे में जाता है तो गलती है ।
लङकी को छूता है दैहिक संबंध बनाने को सहमत करने के लिये तो गलती है ।
नशे में सोचने समझने की क्षमता खो चुकी लङकी को अपने बातों स्पर्श आदि से
राज़ी करने की कोशिश करके कामेच्छा भङकाता है तो गलती है ।
लङकी से संसर्ग करता है तो गलती है ।
क्योंकि लङकी अगर सोचने समझने की स्थिति में होती तो कभी राज़ी नहीं होती ।
क्योंकि लङकी कोई वेश्या नहीं थी जो बुक करके लायी गयी थी ।
क्योंकि लङकी कोई प्रेमिका मंगेतर या बीबी नहीं थी जिससे पहले और बाद में
भी संबंध बनते रहे थे ।

लङकी इस मकसद से नहीं रूकी थी कि संसर्ग करना ही है।

तब
अगर लङकी सहमति देती है तो यह बहकाकर लिया गया शोषण है ।

समझने की जरूरत है कि रेप हर बार चाकू तमंचा बंदूक या बल के दम पर ही नहीं होता ।

सब स्त्रियाँ कभी न कभी अस्पताल
होटल
किराये के कमरे
मेजबान के उत्सव विवाह पार्टी में बेन्क्विट हाऊस
सराय
धर्मशाला
तीर्थयात्रा
बाराता सगाई मौत समारोह
कविगोष्ठी सभा
सेमिनार
प्रतियोगिता
सम्मेलन
शिविर
बैठक
धरना प्रदर्शन
चुनावप्रचार कैंपेनिंग
यात्रा पर्यटन
परीक्षा
शिक्षा
आपदा बाढ़ रात्रि यात्रा भय बरसात भूकंप
किसी भी
वजह से
अपने घर से दूर रुकने की स्थिति में
अभिरक्षक पर भरोसा करके रुक जाती हैं।
तब जो कमरा स्त्री को दिया गया वह उसके वहाँ होने तक उसका ही निजी कक्ष है।
उसमें बिना वजह प्रवेश निषिद्ध है। तब जबकि स्त्री के साथ और दो चार
स्त्रियाँ या पति मौज़ूद नहीं है ।
स्त्री अगर बेहोश नींद नशा या एकांत में है तब और भी नहीं

क्योंकि स्त्री कैसे खुले अधखुले पङी है ये उसकी प्रायवेसी है।

पिता
की तरह शरणागत स्त्री की तबियत अगर बिगङ जाये तब दवा डॉक्टर आदि बुलाना
कर्त्तव्य है।
अभिरक्षक
मतलब पिता
अभिरक्षा में अपराध मतलब संगीन मामला
©®"
सुधा राजे

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