नज्म
यूँ महफ़िल से छिपकर जाना ।अच्छी बात नहीं ।
इक हंगामा रोज उठाना अच्छी बात नहीं ।
केवल बातों से हमदर्दी लोग जताते हैं ।
लोगों की बातों में आना ।
अच्छी बात नहीं ।
कहना कुछ करना कुछ लिखना और जताना कुछ ।
कुछ थी कुछ की बात बनाना अच्छी बात नहीं ।
झूठ वहीं से प्रेत पाँव वाला सिरहाने था ।
सच को पैताने धमकाना ।
अच्छी बात नहीं ।
सुधा शरम से पानी पानी होकर लौट गये ।
गद्दारों को दोस्त बताना अच्छी बात नहीं ।
©®सुधा राजे
इक हंगामा रोज उठाना अच्छी बात नहीं ।
केवल बातों से हमदर्दी लोग जताते हैं ।
लोगों की बातों में आना ।
अच्छी बात नहीं ।
कहना कुछ करना कुछ लिखना और जताना कुछ ।
कुछ थी कुछ की बात बनाना अच्छी बात नहीं ।
झूठ वहीं से प्रेत पाँव वाला सिरहाने था ।
सच को पैताने धमकाना ।
अच्छी बात नहीं ।
सुधा शरम से पानी पानी होकर लौट गये ।
गद्दारों को दोस्त बताना अच्छी बात नहीं ।
©®सुधा राजे
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