स्त्री और समाज
Sudha Raje wrote a new note:
पत्नी घर की मुरगी दाल बराबर .
Sudha Raje
अभी एक पत्रकार बंधु
का मजाकिया स्टेटस पढ़ा
*****
कृपया पत्नी से सहमति का रजिस्टर
मेनटेन करें अन्यथा एंटी रेप कानून में फँस
सकते हैं
******
मजाक नहीँ
हम गंभीरता से इस विषय पर
चर्चा रखना चाहते है । आपमें से कई
लोगों ने गाँव छोटे कस्बे और नगर
की गरीब बस्तियों को करीब से
नहीँ देखा होगा । मगर
हमारी कर्मभूमि है । और ये
बङा घिनौना सत्य है कि आपराधिक रेप
से ज्यादा ये लायसेन्स्ड रेप भयानक होते
हैं। पत्नी को पीरियड है या प्रैगनेंट है
या अभी हाल ही में प्रसव हुआ है
या एबॉर्शन हुआ है । या मायके की यादे
या बच्चों की समस्या या थकान
बीमारी बुखार बदन का दर्द है ।
नशे में धुत्त अधिकांश
पुरूषों को पत्नी की इन तकलीफों से कुछ
भी लेना देना नहीँ । पशु से
गया गुजरा हैवान होकर वह पीङा से
कराहकर बमुश्किल
सो पायी स्त्री को जब चाहे तब दबोच
लेता है । किसी के भी सामने भद्दा बोल
देता है । कुछ लोग यौन मनोरोगी होते
है
स्त्री को मारना पीटना काटना रूलान
से जलाना गालियाँ देना और
जबरदस्ती करना उनकी मनोविकृति
होत
। आप समाज में ऐसे लोगो को पहचान
नही सकते । स्त्री अकेली कोई रक्षक
नहीँ पति होने का पट्टा जीवन भर
का और उसकी भावना मन हॉबी दुख सुख
सोच सपने तकलीफो की परवाह किये
बिना राक्षस की तरह उसका माँस
झिंझोङने वाले लोग अक्सर
शराबी या ड्रग एडिक्ट ही नही कई
बहुत पढ़े लिखे प्रोफेशनल लोग भी होते
हैं
। मुस्कराहटों के पीछे दर्द का संसार
कौन पीकर आ रहा है पता भी नहीँ ।
कानून से भले ही कुछ हो या नहीँ एक
मैसेज
जरूर जाता है । कि स्त्री केवल
बीबी का माँस नहीँ व्यक्ति है
माँ बेटी बहिन इंसान है उसे ना कहने
का हक है क्योंकि वह नही कर
सकती पति को बिना सहमति के
कहीँ भी कभी भी विवश ये भयानक
यातनायें जिन आधी उम्र की बीबियों ने
सही हैं वे लिखने को एक लोहे की किताब
चाहिये ।
©®¶©®
Mar 24
· पत्नी की किसी बात को कब
स्वीकार करता है पति ??जब तक वह
अतिरिक्त मजबूत न हो तन मन धन से ??
अपवाद ही सही पर उसमें कुछ इंसान है
जो पुरूष
नहीं साथी प्रेमी और दोस्त है वे मानते
है
Like · 1 · Edit · Mar 24
पत्नी घर की मुरगी दाल बराबर .
Sudha Raje
अभी एक पत्रकार बंधु
का मजाकिया स्टेटस पढ़ा
*****
कृपया पत्नी से सहमति का रजिस्टर
मेनटेन करें अन्यथा एंटी रेप कानून में फँस
सकते हैं
******
मजाक नहीँ
हम गंभीरता से इस विषय पर
चर्चा रखना चाहते है । आपमें से कई
लोगों ने गाँव छोटे कस्बे और नगर
की गरीब बस्तियों को करीब से
नहीँ देखा होगा । मगर
हमारी कर्मभूमि है । और ये
बङा घिनौना सत्य है कि आपराधिक रेप
से ज्यादा ये लायसेन्स्ड रेप भयानक होते
हैं। पत्नी को पीरियड है या प्रैगनेंट है
या अभी हाल ही में प्रसव हुआ है
या एबॉर्शन हुआ है । या मायके की यादे
या बच्चों की समस्या या थकान
बीमारी बुखार बदन का दर्द है ।
नशे में धुत्त अधिकांश
पुरूषों को पत्नी की इन तकलीफों से कुछ
भी लेना देना नहीँ । पशु से
गया गुजरा हैवान होकर वह पीङा से
कराहकर बमुश्किल
सो पायी स्त्री को जब चाहे तब दबोच
लेता है । किसी के भी सामने भद्दा बोल
देता है । कुछ लोग यौन मनोरोगी होते
है
स्त्री को मारना पीटना काटना रूलान
से जलाना गालियाँ देना और
जबरदस्ती करना उनकी मनोविकृति
होत
। आप समाज में ऐसे लोगो को पहचान
नही सकते । स्त्री अकेली कोई रक्षक
नहीँ पति होने का पट्टा जीवन भर
का और उसकी भावना मन हॉबी दुख सुख
सोच सपने तकलीफो की परवाह किये
बिना राक्षस की तरह उसका माँस
झिंझोङने वाले लोग अक्सर
शराबी या ड्रग एडिक्ट ही नही कई
बहुत पढ़े लिखे प्रोफेशनल लोग भी होते
हैं
। मुस्कराहटों के पीछे दर्द का संसार
कौन पीकर आ रहा है पता भी नहीँ ।
कानून से भले ही कुछ हो या नहीँ एक
मैसेज
जरूर जाता है । कि स्त्री केवल
बीबी का माँस नहीँ व्यक्ति है
माँ बेटी बहिन इंसान है उसे ना कहने
का हक है क्योंकि वह नही कर
सकती पति को बिना सहमति के
कहीँ भी कभी भी विवश ये भयानक
यातनायें जिन आधी उम्र की बीबियों ने
सही हैं वे लिखने को एक लोहे की किताब
चाहिये ।
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Mar 24
· पत्नी की किसी बात को कब
स्वीकार करता है पति ??जब तक वह
अतिरिक्त मजबूत न हो तन मन धन से ??
अपवाद ही सही पर उसमें कुछ इंसान है
जो पुरूष
नहीं साथी प्रेमी और दोस्त है वे मानते
है
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