Tuesday 18 June 2013

अंजानी की कहानी।

Sudha Raje
मौन के गाँव
गाँव में छाँव
छाँव के घाव
घाव में टीस
टीस में आह
आह में व्यथा
व्यथा में पीर
पीर में धीर
धीर में बानी
एक थी गुङिया
गुङिया की कहानी
कहानी में नदिया
नदिया में धार
धार में किलोल
किलोल में मुक्ति
मुक्ति में खेल
खेल में झूले
झूलों में गीत
गीतों में राग
राग में बाजा
बाजा पे ताल
ताल पे नैया
नैया में सखियाँ
सखियाँ गुङ धानी
धान की कहानी
कहानी में खेत
खेतों में ईख
ईख में रस
रस में सरबस
सरबस था घर
घर में थी माँ
माँ में थी चिंता
चिंता के टापू
टापू जैसे बापू
बापू की चिट्ठी
चिट्ठी में रिश्ता
रिश्ते में खुशियाँ
खुशियों में गुड्डा
गुड्डे से ब्याह
ब्याह में विदाई
विदाई पर रोना
रोने का बिछोङा
बिछोङे ने छोङा
छोङी वो गलियाँ
गलियाँ में घर
घर में वो अपने
अपनों की बानी
बानी की कहानी
कहानी में दूरी
दूरी मजबूरी
मजबूरी बंधन
बंधन में क्रंदन
क्रंदन में नीर
नीर में मौन
मौन की पीङा
पीङा में प्रेम
प्रेम में छल
छल में विवशता
विवशता के पल
पल के संबल
संबल था मन
मन में सिपाही
सिपाही का प्यार
प्यारी बहार
बहारें गयीं रूठ
रूठे जब ठूँठ
ठूँठों पर बुलावा
बुलावे पर हूक
हूक का बिछोङा
बिछोङे में देश
देश पर कुरबानी
कुरबानी की कहानी
कहानी गोली
गोली पर हल्ला
हल्ले पर धावे
धावों पर लाशें
लाशों में बर्फ
बर्फ पर निशान
निशान पर तिरंगा
तिरंगे का कफन
कफन पर जयहिंद
जयहिंद पर चितायें
चिता पर सिंदूर
सिंदूर पर अरमान
अरमान में बचपन
बचपन में लाचारी
लाचारी में बुढापा
बुढापे सी जवानी
जवानी की कहानी
कहानी में कफन
कफन पर मुहब्बत
मुहब्बत पर साथ
साथ जो टूटा
टूटा मन झूठा
झूठे संसार
संसार में वियोगी
वियोगिनी विलाप
विलापों की आग
आग पर कुटुंब
कुटुंब में संताप
संताप का पाप
पाप सी साँसें
साँसे अकेली
अकेली वो सुहागन
सुहागन वो विधवा
विधवा वो धरनी
धरनी वो बेटी
बेटी वो अंजानी
अंजानी की कहानी
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Jan 28

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