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Showing posts from March, 2013

नाद और बिंदु

कङवे सत्य विषैले घूँट ।

होली का हुर्राटा ।

बुरा न मानो होली है ।

The essentials of civilization.

सुधा दोहावली

वो बदनसीब औरत

बुरा मानो कि होली हमारी भी है सिर्फ तुम्हारी नहीं।

मैं अपने आप सेमिलता गया दिलटूट जाने स

पगली पतोहू, परदेसी भतार

ह्रदय धधकते दावानल